WhatsApp पर शेयर हो रहा है कश्मीर फाइल्स मूवी का फर्जी डाउनलोड लिंक, पुलिस ने जारी किया अलर्ट
भारत में इस समय कश्मीर फाइल्स (The Kashmir Files) एक लोकप्रिय और सबसे ज्यादा चर्चा वाली फिल्म बन गई है. 1990 के दशक में घाटी से कश्मीरी पंडितों के पलायन पर आधारित इस फिल्म की लोकप्रियता दिन पर दिन बढ़ती जा रही है. इसी के साथ, साइबर क्रिमिनल्स भी अब इसका फायदा उठा रहे हैं. आपको बता दें, वाट्सऐप (WhatsApp) पर आजकल कश्मीर फाइल्स का एक डाउनलोड लिंक तेजी से वायरल हो रहा है. जो यूजर्स को फिल्म को फ्री में डाउनलोड करने का लालच दे रहा है. नोएडा पुलिस के एडिशनल डेप्यूटी कमिश्नर, रणविजय सिंह ने मोबाइल यूजर्स को वाट्सऐप पर चर रहे इस फ्रॉड को लेकर अलर्ट जारी किया है. पुलिस की जानकारी के मुताबिक, धोखाधड़ी के खिलाफ चेतावनी दी है जिसमें फिल्म, द कश्मीर फाइल्स को डाउनलोड (Kashmir Files Download Link) करने के लिए मैलिसियस लिंक शामिल हैं.
पुलिस ने सोशल मीडिया और द कश्मीर फाइल्स को ‘फ्री एक्सेस’ ऑफर करने वाले वाट्सऐप लिंक पर क्लिक के खिलाफ चेतावनी दी है. नोएडा के एडिशनल डेप्यूटी कमिश्नर रणविजय सिंह ने कहा कि वाट्सऐप मैलवेयर पर क्लिक करने से फोन हैक हो सकते हैं और नंबरों से जुड़े बैंक अकाउंट खाली हो सकते हैं. पुलिस ने धोखाधड़ी से संबंधित कुछ शिकायतें दर्ज की हैं, जिसमें यूजर्स ने फिल्म, द कश्मीर फाइल्स के कुछ डाउनलोड लिंक पर क्लिक किया, क्योंकि उन्होंने वाट्सऐप पर विश्वसनीय कॉन्टैक्ट से रिसीव हुए हैं. लेकिन जैसे ही उन्होंने इन लिंक्स को ओपन किया, हैकर्स ने जाहिर तौर पर यूजर्स के फोन की जानकारी हासिल कर ली और बैंक अकाउंट नंबर जैसे प्राइवेट डिटेल्स चुराने में सक्षम हो गए.
द कश्मीर फाइल्स से हो रहा है वाट्सऐप पर फ्रॉड
“फिल्म हाल ही में रिलीज हुई है और इसने काफी दिलचस्पी बटोरी है. इसी का फायदा उठाकर साइबर ठगों ने फिल्म को फ्री में डाउनलोड करने के लिए वाट्सऐप पर लिंक भेजना शुरू कर दिया है. एक बार जब यूजर लिंक पर क्लिक करता है, तो यह हेकर्स को यूजर्स के फोन पर जानकारी का एक्सेस मिल जाता है और बैंक अकाउंट की जानकारी सहित प्राइवेट डिटेल्स आसानी से चुरा लेता है, ”सिंह ने रिपोर्ट में बताया.
हैकर्स के कई फर्जी लिंक जेनरेट किए हैं जो अब वाट्सऐप पर सर्कुलेट हो रहे हैं. लिंक में कश्मीर फाइल्स मूवी को फ्री में हाई क्वालिटी में डाउनलोड करने के लिए कहा गया है. जैसे ही यूजर अपने फोन के ब्राउजर पर लिंक को ओपन करते हैं तब ही हैकर्स फोन में मैलवेयर एक्टिवेट कर देते हैं. जानकारी के मुताबिक, कम से कम तीन यूजर्स ने 24 घंटे के भीतर सिर्फ एक पुलिस थाने में साइबर फ्रॉड की शिकायत दर्ज की है. जिसमें उन्हें कुल मिलाकर 30 लाख रुपये का नुकसान हुआ.